विविध चिकित्सा हिंदी में
विविध चिकित्सा (vividh chikitsa) पद्धतियां अपने मूल सिद्धांतों में उतनी ही विविध हैं, जितनी अपनी कार्य-विधियों में. ये पद्धतियां पारंपरिक चिकित्सा पद्धति, लोक ज्ञान, आध्यात्मिक विश्वास या उपचार के नए तरीकों पर आधारित होती हैं। जिन न्यायाधिकार क्षेत्रों में वैकल्पिक चिकित्सा पद्धतियां पर्याप्त रूप से प्रचलित हों, वहां उन्हें कानूनी लाइसेंस मिल सकता है तथा उन्हें विनियमित किया जा सकता है।
वैकल्पिक चिकित्सा के चिकित्सकों के दावों को सामान्यतः चिकित्सा समुदाय द्वारा स्वीकार नहीं किया जाता, क्योंकि सुरक्षा तथा प्रभावोत्पादकता का साक्ष्य-आधारित मूल्यांकन या तो उपलब्ध नहीं होता अथवा इन पद्धतियों के लिए यह पूरा ही नहीं किया जाता. यदि वैज्ञानिक अनुसंधान द्वारा किसी वैकल्पिक चिकित्सा पद्धति की सुरक्षा तथा प्रभावोत्पादकता का प्रमाण दिया जाता है, तो वह मुख्य धारा की चिकित्सा पद्धति बन जाती है और “वैकल्पिक” नहीं रह जाती और इसलिए वह पारंपरिक चिकित्सकों द्वारा व्यापक रूप से अपना ली जाती है। चूंकि वैकल्पिक चिकित्सा तकनीकों में साक्ष्य की कमी होती है या वे परीक्षण में बार-बार असफल रहती हैं, इसलिए कुछ लोगों ने इन्हें गैर-साक्ष्य आधारित वैकल्पिक चिकित्सा पद्धतियों के रूप में या पूरी तरह से एक अचिकित्सीय पद्धति के रूप में परिभाषित करने की सलाह दी है।
कुछ अनुसंधानकर्ता मानते हैं कि कैम को साक्ष्य-आधारित विधियों के आधार पर परिभाषित करने में समस्या उत्पन्न होगी, क्योंकि कैम का परीक्षण किया जा चुका है तथा उनका मानना है कि मुख्यधारा की कई पद्धतियों में भी ठोस प्रमाण की कमी पाई गई है।
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