loader image

Garga Samhita Madhuryakhand Chapter 20 to 24

॥ श्रीहरिः ॥ ॐ दामोदर हृषीकेश वासुदेव नमोऽस्तु ते श्रीसरस्वत्यै नमः Garga Samhita Madhuryakhand Chapter 20 to 24 | श्री गर्ग संहिता के माधुर्यखण्ड अध्याय 20 से 24 तक श्री गर्ग संहिता के माधुर्यखण्ड बीसवाँ अध्याय से चौबीसवाँ (Madhuryakhand Chapter 20 to 24) अध्याय में बलदेवजी के हाथ से प्रलम्बासुर का वध तथा उस के पूर्वजन्म का परिचय, दावानल से […]

Share

Garga Samhita Madhuryakhand Chapter 19

॥ श्रीहरिः ॥ ॐ दामोदर हृषीकेश वासुदेव नमोऽस्तु ते श्रीसरस्वत्यै नमः Garga Samhita Madhuryakhand Chapter 19 | श्री गर्ग संहिता के माधुर्यखण्ड अध्याय 19 श्री गर्ग संहिता (Madhuryakhand Chapter 19) में माधुर्यखण्ड के अन्तर्गत श्री सौभरि और मांधाता के संवादमें ‘श्री यमुना सहस्रनाम का वर्णन’ कहा गया है। श्री यमुनासहस्रनाम में यमुना के हजार नामों का संग्रह है, जो उनकी […]

Share

Garga Samhita Madhuryakhand Chapter 12 to 18

॥ श्रीहरिः ॥ ॐ दामोदर हृषीकेश वासुदेव नमोऽस्तु ते श्रीसरस्वत्यै नमः Garga Samhita Madhuryakhand Chapter 12 to 18 | श्री गर्ग संहिता के माधुर्यखण्ड अध्याय 12 से 18 तक श्री गर्ग संहिता के माधुर्यखण्ड (Madhuryakhand Chapter 12 to 18) बारहवाँ अध्याय से अठारहवाँ अध्याय में दिव्यादिव्य, त्रिगुणवृत्तिमयी भूतल-गोपियोंका वर्णन तथा श्रीराधासहित गोपियों की श्रीकृष्ण के साथ होली का वर्णन, देवियों […]

Share

Garga Samhita Madhuryakhand Chapter 6 to 11

॥ श्रीहरिः ॥ ॐ दामोदर हृषीकेश वासुदेव नमोऽस्तु ते श्रीसरस्वत्यै नमः Garga Samhita Madhuryakhand Chapter 6 to 11 श्री गर्ग संहिता के माधुर्यखण्ड अध्याय 6 से 11 तक श्री गर्ग संहिता के माधुर्यखण्ड छठे अध्याय से ग्यारहवाँ (Madhuryakhand Chapter 6 to 11) अध्याय में अयोध्यापुरवासिनी स्त्रियोंका राजा विमलके यहाँ पुत्रीरूपसे उत्पन्न होना, राजा विमलका संदेश पाकर भगवान् श्रीकृष्णका उन्हें दर्शन […]

Share

Garga Samhita Madhuryakhand Chapter 1 to 5

॥ श्रीहरिः ॥ ॐ दामोदर हृषीकेश वासुदेव नमोऽस्तु ते श्रीसरस्वत्यै नमः Garga Samhita Madhuryakhand Chapter 1 to 5 श्री गर्ग संहिता के माधुर्यखण्ड अध्याय 1 से 5 तक श्री गर्ग संहिता के माधुर्यखण्ड (Madhuryakhand Chapter 1 to 5) पहले अध्याय में श्रुतिरूपा गोपियों का वृत्तान्त, उनका श्रीकृष्ण और दुर्वासामुनिकी बातों में संशय तथा श्रीकृष्णद्वारा उसका निराकरण कहा गया है। दूसरे […]

Share

Garga Samhita Girirajkhand Chapter 6 to 11

॥ श्रीहरिः ॥ ॐ दामोदर हृषीकेश वासुदेव नमोऽस्तु ते श्रीराधाकृष्णाभ्यां नमः   श्री गर्ग संहिता के गिरिराजखण्ड अध्याय 6 से 11 Garga Samhita Girirajkhand Chapter 6 to 11 श्री गर्ग संहिता के गिरिराजखण्ड (Girirajkhand Chapter 6 to 11) छठे अध्याय से ग्यारहवाँ अध्याय में गोपोंका वृषभानुवरके वैभवकी प्रशंसा करके नन्दनन्दनकी भगवत्ताका परीक्षण करनेके लिये उन्हें प्रेरित करना और वृषभानुवरका कन्याके […]

Share

Garga Samhita Girirajkhand Chapter 1 to 5

॥ श्रीहरिः ॥ ॐ दामोदर हृषीकेश वासुदेव नमोऽस्तु ते श्रीराधाकृष्णाभ्यां नमः श्री गर्ग संहिता के गिरिराजखण्ड अध्याय 1 से 5 Garga Samhita Girirajkhand Chapter 1 to 5 श्री गर्ग संहिता के गिरिराजखण्ड (Girirajkhand Chapter 1 to 5) पहले अध्याय से पांचवे अध्याय में श्री कृष्ण के द्वारा गोवर्धनपूजन का प्रस्ताव और उसकी विधिका वर्णन, गोपोंद्वारा गिरिराज पूजन का महोत्सव, श्रीकृष्णका […]

Share

Garga Samhita Vrindavan Khand Chapter 21 to 26

॥ श्रीहरिः ॥ ॐ दामोदर हृषीकेश वासुदेव नमोऽस्तु ते श्रीराधाकृष्णाभ्यां नमः   श्री गर्ग संहिता वृन्दावनखण्ड अध्याय 21 से 26 Garga Samhita Vrindavan Khand Chapter 21 to 26 श्री गर्ग संहिता में वृन्दावनखण्ड के इक्कीसवाँ अध्याय से छब्बीसवां अध्याय (Vrindavan Khand Chapter 21 to 26) में गोपाङ्गनाओ के साथ श्रीकृष्ण का वन-विहार, रास-क्रीड़ा; मानवती गोपियों को छोड़कर श्रीराधा के साथ […]

Share

Garga Samhita Vrindavan Khand Chapter 16 to 20

॥ श्रीहरिः ॥ ॐ दामोदर हृषीकेश वासुदेव नमोऽस्तु ते श्रीराधाकृष्णाभ्यां नमः श्री गर्ग संहिता वृन्दावनखण्ड अध्याय 16 से 20 Garga Samhita Vrindavan Khand Chapter 16 to 20 श्री गर्ग संहिता में वृन्दावनखण्ड के सोलहवें अध्याय से बीसवां अध्याय (Vrindavan Khand Chapter 16 to 20) में तुलसीका माहात्म्य, श्रीराधाद्वारा तुलसी-सेवन-व्रतका अनुष्ठान तथा दिव्य तुलसीदेवीका प्रत्यक्ष प्रकट हो श्रीराधाको वरदान देना, श्रीकृष्णका […]

Share

Garga Samhita Vrindavan Khand Chapter 11 to 15

॥ श्रीहरिः ॥ ॐ दामोदर हृषीकेश वासुदेव नमोऽस्तु ते॥ श्रीराधाकृष्णाभ्यां नमः श्री गर्ग संहिता वृन्दावनखण्ड | Garga Samhita Vrindavan Khand Chapter 11 to 15 श्री गर्ग संहिता में वृन्दावनखण्ड के ग्यारहवां अध्याय से पंद्रहवाँ अध्याय (Vrindavan Khand Chapter 11 to 15) में धेनुकासुरका उद्धार, श्री कृष्ण द्वारा कालिया दमन तथा दावानल-पान का वर्णन, मुनिवर वेदशिरा और अश्वशिराका परस्पर के शाप […]

Share

Garga Samhita Vrindavan Khand Chapter 6 to 10

॥ श्रीहरिः ॥ ॐ दामोदर हृषीकेश वासुदेव नमोऽस्तु ते श्रीराधाकृष्णाभ्यां नमः श्री गर्ग संहिता वृन्दावनखण्ड | Garga Samhita Vrindavan Khand Chapter 6 to 10 श्री गर्ग संहिता में वृन्दावनखण्ड (Vrindavan Khand Chapter 6 to 10) के अध्याय छः में अघासुर का उद्धार और उसके पूर्व जन्म का परिचय दिया गया है। अध्याय सात में ब्रह्माजी के द्वारा गौओं, गोवत्सों एवं […]

Share

Garga Samhita Vrindavan Khand Chapter 1 to 5

॥ श्रीहरिः ॥ ॐ दामोदर हृषीकेश वासुदेव नमोऽस्तु ते श्रीराधाकृष्णाभ्यां नमः श्री गर्ग संहिता वृन्दावनखण्ड | Garga Samhita Vrindavan Khand Chapter 1 to 5 श्री गर्ग संहिता में वृन्दावनखण्ड (Vrindavan Khand Chapter 1 to 5) के प्रथम अध्याय में सन्नन्दका गोपोंको महावनसे वृन्दावनमें चलनेकी सम्मति देना और व्रजमण्डलके सर्वाधिक माहात्यका वर्णन कहा गया है। दूसरे अध्याय में गिरिराज गोवर्धन की […]

Share
Share
Share