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Garga Samhita Ashwamedh Khand Chapter 1 to 5

श्रीहरिः ॐ दामोदर हृषीकेश वासुदेव नमोऽस्तु ते Garga Samhita Ashwamedh Khand Chapter 1 to 5 | श्री गर्ग संहिता के अश्वमेधखण्ड अध्याय 1 से 5 तक श्री गर्ग संहिता में अश्वमेधखण्ड (Ashwamedh Khand Chapter 1 to 5) के पहले अध्याय में अश्वमेध-कथाका उपक्रम; गर्ग-वज्रनाभ-संवाद कहा गया है। दूसरा अध्याय में श्रीकृष्णावतार की पूर्वार्द्धगत लीलाओं का संक्षेप वर्णन कहा है। तीसरा […]

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Garga Samhita Shri Vigyankhand Chapter 6 to 10

श्रीगणेशाय नमः Garga Samhita Shri Vigyankhand Chapter 6 to 10 | श्री गर्ग संहिता के श्री विज्ञानखंड अध्याय 6 से 10 तक श्री गर्ग संहिता में श्री विज्ञानखंड के छठे (Shri Vigyankhand Chapter 6 to 10) अध्याय में मन्दिर निर्माण तथा विग्रह प्रतिष्ठा एवं पूजा की विधि का वर्णन किया गया है। सातवाँ अध्याय में नित्यकर्म और पूजा-विधि का वर्णन […]

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Garga Samhita Shri Vigyankhand Chapter 1 to 5

श्रीगणेशाय नमः Garga Samhita Shri Vigyankhand Chapter 1 to 5 | श्री गर्ग संहिता के श्री विज्ञानखंड अध्याय 1 से 5 तक श्री गर्ग संहिता में श्री विज्ञानखंड (Shri Vigyankhand Chapter 1 to 5) के पहला अध्याय में द्वारका में वेदव्यासजी का आगमन और उग्रसेन द्वारा उनका स्वागत-पूजन का वर्णन कहा गया है। दूसरा अध्याय में व्यासजी के द्वारा गतियों […]

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Garga Samhita Shribalabhadrakhand chapter 7 to 13

श्रीगणेशाय नमः Garga Samhita Shribalabhadrakhand Chapter 7 to 13 | श्री गर्ग संहिता के श्रीबलभद्रखण्ड अध्याय 7 से 13 तक श्री गर्ग संहिता में श्रीबलभद्रखण्ड के सातवें (Shribalabhadrakhand chapter 7 to 13) अध्याय में श्रीराम-कृष्ण की मथुरा-लीला का वर्णन कहा है। आठवां अध्याय में श्री राम-कृष्ण की द्वारका-लीला का वर्णन है। नवाँ अध्याय में श्री बलरामजी की रासलीला का वर्णन […]

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Garga Samhita Shribalbhadrakhand chapter 1 to 6

श्रीबलभद्रखण्ड श्रीगणेशाय नमः Garga Samhita Shribalbhadrakhand Chapter 1 to 6 | श्री गर्ग संहिता के श्रीबलभद्रखण्ड अध्याय 1 से 6 तक श्री गर्ग संहिता में श्रीबलभद्रखण्ड (Shribalbhadrakhand chapter 1 to 6) के पहला अध्याय में श्रीबलभद्रजी के अवतार का कारण कहा गया है। दूसरा अध्याय में श्रीबलभद्रजी के अवतारकी तैयारी का वर्णन है। तीसरा अध्याय में ज्योतिष्मती का उपाख्यान कहा […]

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Garga Samhita Vishwajitkhand Chapter 46 to 50

॥ श्रीहरिः ॥ ॐ दामोदर हृषीकेश वासुदेव नमोऽस्तु ते श्रीराधाकृष्णाभ्यां नमः Garga Samhita Vishwajitkhand Chapter 46 to 50 | श्री गर्ग संहिता के विश्वजीतखण्ड अध्याय 46 से 50 तक श्री गर्ग संहिता में विश्वजीतखण्ड (Vishwajitkhand Chapter 46 to 50) के छियालीसवाँ अध्याय में यादवों और गन्धर्वोका युद्ध, बलभद्रजीका प्राकट्य, उनके द्वारा गन्धर्वसेनाका संहार, गन्धर्वराजकी पराजय, वसन्तमालती नगरी का हलद्वारा कर्षण; […]

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Garga Samhita Vishwajitkhand Chapter 41 to 45

॥ श्रीहरिः ॥ ॐ दामोदर हृषीकेश वासुदेव नमोऽस्तु ते श्रीराधाकृष्णाभ्यां नमः Garga Samhita Vishwajitkhand Chapter 41 to 45 | श्री गर्ग संहिता के विश्वजीतखण्ड अध्याय 41 से 45 तक श्री गर्ग संहिता में विश्वजीतखण्ड (Vishwajitkhand Chapter 41 to 45) के इकतालीसवाँ अध्याय में शकुनि का घोर युद्ध, सात बार मारे जानेपर भी उसका भूमि के स्पर्श से पुनः जी उठना; […]

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Garga Samhita Vishwajitkhand Chapter 36 to 40

॥ श्रीहरिः ॥ ॐ दामोदर हृषीकेश वासुदेव नमोऽस्तु ते श्रीराधाकृष्णाभ्यां नमः Garga Samhita Vishwajitkhand Chapter 36 to 40 | श्री गर्ग संहिता के विश्वजीतखण्ड अध्याय 36 से 40 तक श्री गर्ग संहिता में विश्वजीतखण्ड (Vishwajitkhand Chapter 36 to 40) के छत्तीसवाँ अध्याय में दीप्तिमान्द्वारा महानाभ का वध वर्णन है। सैंतीसवाँ अध्याय में श्रीकृष्ण पुत्र भानु के हाथ से हरिश्मश्रु दैत्य […]

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Garga Samhita Vishwajitkhand chapter 31 to 35

॥ श्रीहरिः ॥ ॐ दामोदर हृषीकेश वासुदेव नमोऽस्तु ते श्रीराधाकृष्णाभ्यां नमः Garga Samhita Vishwajitkhand Chapter 31 to 35 | श्री गर्ग संहिता के विश्वजीतखण्ड अध्याय 31 से 35 तक श्री गर्ग संहिता में विश्वजीतखण्ड (Vishwajitkhand chapter 31 to 35) के इकतीसवाँ अध्याय में रम्यकवर्ष में मन्मथशालिनी पुरी के लोगों द्वारा श्री कृष्णलीला का गान; प्रजापति व्यति संवत्सर द्वारा प्रद्युम्न का […]

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Garga Samhita Vishwajitkhand chapter 26 to 30

॥ श्रीहरिः ॥ ॐ दामोदर हृषीकेश वासुदेव नमोऽस्तु ते श्रीराधाकृष्णाभ्यां नमः Garga Samhita Vishwajitkhand Chapter 26 to 30 | श्री गर्ग संहिता के विश्वजीतखण्ड अध्याय 26 से 30 तक श्री गर्ग संहिता में विश्वजीतखण्ड (Vishwajitkhand chapter 26 to 30) के छब्बीसवाँ अध्याय में किम्पुरुषवर्ष के रङ्गवल्लीपुर में किम्पुरुषों द्वारा हरि चरित्र का गान; वहाँ के राजा द्वारा भेंट पाकर यादव-सेनाका […]

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Garga Samhit Vishwajitkhand chapter 21 to 25

॥ श्रीहरिः ॥ ॐ दामोदर हृषीकेश वासुदेव नमोऽस्तु ते श्रीराधाकृष्णाभ्यां नमः Garga Samhita Vishwajitkhand Chapter 21 to 25 | श्री गर्ग संहिता के विश्वजीतखण्ड अध्याय 21 से 25 तक श्री गर्ग संहिता में विश्वजीतखण्ड (Vishwajitkhand chapter 21 to 25) के इक्कीसवाँ अध्याय में कौरव तथा यादव वीरों का घमासान युद्ध; बलराम और श्रीकृष्ण का प्रकट होकर उनमें मेल कराने का […]

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Garga Samhita Vishwajitkhand chapter 16 to 20

॥ श्रीहरिः ॥ ॐ दामोदर हृषीकेश वासुदेव नमोऽस्तु ते श्रीराधाकृष्णाभ्यां नमः Garga Samhita Vishwajitkhand Chapter 16 to 20 | श्री गर्ग संहिता के विश्वजीतखण्ड अध्याय 16 से 20 तक श्री गर्ग संहिता में विश्वजीतखण्ड (Vishwajitkhand chapter 16 to 20) के सोलहवाँ अध्याय में मिथिला के राजा धृतिद्वारा ब्रह्मचारी के रूप में पधारे हुए प्रद्युम्न का पूजन; उन दोनों का शुभ […]

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