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काक चेष्टा, बको ध्यानं, स्वान निद्रा तथैव च।
अल्पहारी, गृहत्यागी, विद्यार्थी पंच लक्षणं।।
Raghuvansh Mahakavya 6 Sarg
रघुवंशम् महाकाव्य षष्ठः सर्ग | Raghuvansh Mahakavya 6 Sarg रघुवंशम् महाकाव्य के षष्ठः सर्ग (Raghuvansh Mahakavya 6 Sarg) को इन्दुमतीस्वयंवर कहा जाता है। रघुवंश महाकाव्य छठे सर्ग में इन्दुमती स्वयंवर का मनोरम दृश्य। स्वयंवर में उपस्थित सभी राजाओं और राजकुमारों का वर्णन अतिरोचक तरीके से किया गया है। इन्दुमती की सखी सुनन्दा इन्दुमती को उपस्थित राजाओं का परिचय करवाती है।
Chanakya Niti chapter 4 in Hindi
चाणक्य नीति : चौथा अध्याय | Chanakya Niti : Chapter 4 In Hindi ।। अथ चतुर्थोऽध्यायः ।। चाणक्य नीति का अध्याय 4 (Chanakya Niti chapter 4 in Hindi) मुख्य रूप से किसी के परिवेश को समझने, धन के महत्व और एक बुद्धिमान व्यक्ति की विशेषताओं पर केंद्रित है। व्यक्ति को चाहिए कि वह ऐसे धर्म का त्याग कर दे, जिसमें
Rudra Samhita Pratham Khand Chapter 11 to 20
श्रीरुद्र संहिता प्रथम खण्ड अध्याय 11 से 20 Rudra Samhita Pratham Khand Chapter 11 to 20 श्रीरुद्र संहिता प्रथम खंड अध्याय 11 से अध्याय 20 (Rudra Samhita Chapter 11 to 20) में शिव पूजन की विधि तथा फल प्राप्ति वर्णन, देवताओं को उपदेश देना, शिव-पूजन की श्रेष्ठ विधि, पुष्पों द्वारा शिव पूजा का माहात्म्य, सृष्टि की उत्पत्ति और सृष्टि का
Ayodhya Ram Mandir History
अयोध्या राम मंदिर का इतिहास | Ayodhya Ram Mandir History किसने की अयोध्या नगरी की स्थापना? सबसे पहले अयोध्या राम मंदिर का निर्माण किसने किया था? जाने क्या हे अयोध्या का इतिहास(Ayodhya Ram Mandir History), और जानें बाबरी मस्जिद का इतिहास? वाल्मीकि रामायण के अनुसार सरयू नदी के तट पर बसी पवित्र अयोध्या नगरी की स्थापना (विवस्वान् = सूर्य के
Batuk Bhairav Stotra in Hindi
श्री बटुक भैरव स्तोत्र | Batuk Bhairav Stotra in Hindi बटुक भैरव स्तोत्र (Batuk Bhairav Stotra) भगवान बटुक भैरव को समर्पित एक पवित्र स्तोत्र है, जो भगवान शिव का उग्र स्वरूप स्वरूप है। बटुक भैरव सुरक्षा, शत्रुओं के विनाश और बुरी शक्तियों के विनाश से जुड़े देवता हैं। यह स्तोत्र का पाठ बटुक भैरव के आशीर्वाद प्राप्त करने की लिए
Mahabharata Adi Parva Chapters 11 to 16
॥ श्रीहरिः ॥ श्रीगणेशाय नमः ॥ श्रीवेदव्यासाय नमः ॥ श्रीमहाभारतम् आदिपर्व ~(Mahabharata Adi Parva Chapters 11 to 16) महाभारत आदि पर्व के इस पोस्ट में अध्याय 11 से अध्याय 16 (Mahabharata Adi Parva Chapters 11 to 16) दिया गया है। इस में डुण्डुभकी आत्मकथा तथा उसके द्वारा रुरुको अहिंसाका उपदेश, जनमेजयके सर्पसत्रके विषयमें रुरुकी जिज्ञासा और पिताद्वारा उसकी पूर्ति, जरत्कारुका
Garga Samhita श्री गर्ग संहिता
श्री गर्ग संहिता (Garga Samhita) हिंदू धर्म में एक पवित्र ग्रंथ है, जो विशेष रूप से पौराणिक शैली से संबंधित है। इसका श्रेय ऋषि गर्ग को दिया जाता है, जो हिंदू पौराणिक कथाओं में एक प्रतिष्ठित ऋषि थे और ज्योतिष, खगोल विज्ञान और वेदों के गहन ज्ञान के लिए जाने जाते थे। श्री गर्ग संहिता (Garga Samhita) मुख्य रूप से
Kaal Bhairav Ashtakam in Hindi
श्री काल भैरव अष्टकम | Kaal Bhairav Ashtakam in Hindi श्री काल भैरव अष्टकम (Kaal Bhairav Ashtakam in Hindi) एक शक्तिशाली संस्कृत भजन या प्रार्थना है जो भगवान काल भैरव को समर्पित है, जो भगवान शिव का एक उग्र और दुर्जेय स्वरुप है। माना जाता है कि काल भैरव अष्टकम की रचना महान दार्शनिक और संत आदि शंकराचार्य ने की
Raghuvansham Pancham Sarg
रघुवंशम् महाकाव्य पञ्चम सर्ग | Raghuvansham Pancham Sarg रघुवंशम् महाकाव्य के पञ्चम सर्ग (Raghuvansham Pancham Sarg) को अजस्वयम्वरसभाभिगमन कहा जाता है। इस सर्ग में राजा रघु ने अपनी सारी संपत्ति विश्वजीत यज्ञ में त्याग करने का वर्णन किया गया है। रघुवंशम् महाकाव्य के पञ्चम सर्ग में रघु ने कुबेर से युद्ध की तैयारी, वरतन्तु का शिष्य कौत्स के पुत्र प्राप्त
Gyanvapi History in Hindi
ज्ञानवापी मस्जिद (Gyanvapi History) को लेकर आज बहुत चर्चित विषय बना हुआ है। वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर और उसी मंदिर में बना विवादित ढांचा जिसे लोग ज्ञानवापी मस्जिद कहते हैं दोनों के निर्माण और पुनर्निमाण को लेकर कई तरह की धारणाएँ हैं। आज हम जानते हे, मंदिर और मस्जिद के 350 साल से भी ज्यादा पुराना विवाद का इतिहास
Learn About Sanskrit Language
Learn about the origin and development of Sanskrit language भाषासु मुख्या मधुरा दिव्य गीर्वाणभारती। तस्यां हि काव्यं मधुरं, तस्मादपि सुभाषितम्।। Bhashasu Mukhya Madhura Divya Girvanbharti. Tasyaan Hi Kavyam Madhuram, Tasmadapi Subhashitam. Meaning: Of all languages, God’s own language- Sanskrit is the mother, divine, and most lyrical language. In Sanskrit, poetry is most melodious, wherein good sayings hold a prime position.
Chanakya Niti chapter 3 in Hindi
चाणक्य नीति : तीसरा अध्याय | Chanakya Niti : Chapter 3 In Hindi ॥ अथ तृतीयोऽध्यायः ॥ चाणक्य नीति का अध्याय 3 (Chanakya Niti chapter 3 in Hindi ) इस संग्रह के अध्यायों में से एक है जो शासन, नैतिकता और व्यक्तिगत आचरण सहित जीवन के विभिन्न पहलुओं पर व्यावहारिक ज्ञान और मार्गदर्शन प्रदान करता है। चाणक्य नीति के प्रत्येक